Bhavvachak Sangya

भाववाचक संज्ञा की परिभाषा, भेद और 50 उदाहरण | Bhavvachak Sangya क्या होती है?

दोस्तों भाववाचक संज्ञा एक  का ही भेद है, इसे संज्ञा का सबसे महत्वपूर्ण भेद माना जाता है। आज हम भाववाचक संज्ञा पर विस्तृत से चर्चा करने जा रहे हैं। हम उम्मीद करते हैं की इस लेख को पढ़ने के बाद भाववाचक संज्ञा से जुडी आपकी सारी समस्याएं दूर हो जाएँगी। हमारा उद्देश्य आपको सभी चीज़ें सरल से सरल ढंग से बताना है। 

भाववाचक संज्ञा / Bhavvachak Sangya क्या है?

भाववाचक संज्ञा की परिभाषा (Bhavvachak Sangya definition in Hindi).:

जिन संज्ञा शब्दों से हमें किसी भाव, दशा या अवस्था का पता चले, उसे भाववाचक संज्ञा  कहते हैं। जैसे – खटास, मिठास, उचाई, नीचता, अपनापन, इत्यादि। 

भाववाचक संज्ञा के उदाहरण – Examples of Abstract Noun (Bhavvachak Sangya ke Udahran)

भाववाचक संज्ञा को हम अब उदाहरणों के द्वारा समझने का प्रयास करेंगे। 

1. ईमानदारी ही सबसे बड़ा धर्म है।  
यहां ‘ईमानदारी’ एक भावना है, जिसे आप अहसास कर सकते हैं। यह एक भाववाचक संज्ञा है। 

2. राहुल से मिलकर मुझे अपनापन लगता है।

यहां ‘अपनापन’ एक भाव है, यहां पर राहुल का मित्र उसके लिए अपनत्व का भाव व्यक्त कर रहा है।

3. तुम्हारी इस हरकत ने  हमारी दोस्ती में खटास डाल दी है। 

यहां ‘खटास’ एक भाव है, इसलिए यह एक भाववाचक संज्ञा है। 

4. आम में मिठास ज़्यादा होगी तोहि खाने मज़ा है। 

यहां पर ‘मिठास’  आम की दशा का वर्णन कर रहा है, इसलिए यह एक भाववाचक संज्ञा है। 

5. आप सभी से विनती है की कृपया ऊंचाई पर मत जाएँ, वहां खतरा है।

यहां पर ‘ऊंचाई’ किसी स्थान के ऊंचे होने का भाव प्रकट कर रही है, इसलिए हम यह कह सकते हैं की ऊंचाई एक भाववाचक संज्ञा है।    

6. तुमने मेरे घर में चोरी कर के नीचता की सारी हदें पार कर दीं। 

किसी व्यक्ति ने चोरी की है इसके लिए नीचता का प्रयोग किया गया है, नीचता किसी के नीच होने का भाव व्यक्त कर रहा है इसलिए यह एक भाववाचक संज्ञा है। 

7. राहुल ने उस बेईमान पुलिसवाले के खिलाफ कानूनी कार्यवाही कर बहुत अच्छा किया। 

यहां पर ‘कानूनी’ शब्द कानून का भाव प्रकट कर रहा है। इसलिए यह एक भाववाचक संज्ञा कहलाएगी। 

8. दोस्ती में ईमानदारी होगी तो निकटता हमेशा ही बनी रहेगी। 

इस वाक्य में दो भाववाचक संज्ञाओं का प्रयोग हुआ है। ‘ईमानदारी’ किसी के ईमानदार होने का भाव प्रकट कर रहा है और ‘निकटता’ निकट के भाव को प्रकट कर रहा है। 

9. कानपूर से लखनऊ की दूरी कितनी है?

यहां पर दूरी शब्द, कानपुर से लखनऊ कितना दूर है इस बात का भाव प्रकट कर रहा है, अतः दूरी ‘दूर’ शब्द का  कर रहा है, इसलिए यह एक भाववाचक संज्ञा है। 

10. तुम्हारी समझ कमज़ोर है। 

यहां समझ शब्द समझना का भाव प्रकट कर रहा है, इसलिए यह एक भाववाचक संज्ञा है। 

11. रावण के अहंकार ने ही उसे पराजित किया।  

यहां पर अहंकार शब्द अहम् का भाव प्रकट कर रहा है इसलिए यह एक भाववाचक संज्ञा है। 

12. पानी के तेज़ बहाव में आकर नाव डूब गयी।  

यहां पर बहाव शब्द बहना का भाव प्रकट कर रहा है, इसलिए यह एक भाववाचक संज्ञा है। 

13. जीवन एक संघर्ष है।  

जीना शब्द जीवन का भाव प्रकट कर रहा इसलिए यह एक भाववाचक संज्ञा है।

14. सीमा की लिखावट बड़ी सुन्दर है।  

यहां पर लिखावट संज्ञा शब्द  ‘लिखना’  के भाव को प्रकट कर रहा है, इसलिए लिखावट एक भाववाचक संज्ञा है। 

15. टंकी से पानी का रिसाव हो रहा है। 

यहां पर रिसाव शब्द ‘रिसना’ का भाव व्यक्त कर रहा है, इसलिए यह एक भाववाचक संज्ञा है। 

16. बच्चों की मुस्कराहट में ही हमारी ख़ुशी है। 

यहाँ पर मुस्कराहट शब्द ‘मुस्कुराना’ का भाव व्यक्त कर रहा है इसलिए यह एक भाववाचक संज्ञा है। 

17. भारतीय सभ्यता ही सबसे सर्वश्रेष्ठ है। 

यहां पर सभ्यता शब्द ‘शभ्य’ का भाव व्यक्त कर रहा है इसलिए यह एक भाववाचक संज्ञा है। 

18. आज हम आपको भाववाचक संज्ञा विस्तार से समझा रहे हैं।

यहां पर विस्तार शब्द ‘विस्तृत’ का भाव व्यक्त कर रहा है इसलिए यह एक भाववाचक संज्ञा है।

19. तुम हमारे घर आये, हमें बड़ी ही प्रशन्नता हुई। 

यहां पर प्रशन्नता शब्द ‘प्रसन्न’ का भाव व्यक्त कर रहा है इसलिए यह एक भाववाचक संज्ञा है।

20. बड़ों का उपहास उड़ाकर मूर्खता का परिचय मत दो। 

यहां पर मुर्खता शब्द ‘मूर्ख ‘ होने  का भाव व्यक्त कर रहा है इसलिए यह एक भाववाचक संज्ञा है।

21. एक ही फिल्म को बार बार देखने का कोई औचित्य ही नहीं है। 

यहां पर औचित्य शब्द ‘उचित ‘ होने  का भाव व्यक्त कर रहा है इसलिए यह एक भाववाचक संज्ञा है।

22. बच्चों के जीवन में आलस्य की कोई जगह नहीं है। 

यहां पर आलस्य  शब्द ‘आलसी’ होने  का भाव व्यक्त कर रहा है इसलिए यह एक भाववाचक संज्ञा है।

23. घनघोर बदल छाये, कालिमा हुई और पानी बरसा 

यहां पर कालिमा शब्द ‘कला ‘ होने  का भाव व्यक्त कर रहा है इसलिए यह एक भाववाचक संज्ञा है।

24. फौजियों के साहस के सामने सभी नतमस्तक हैं। 

यहां पर साहस शब्द ‘साहसी ‘ होने  का भाव व्यक्त कर रहा है इसलिए यह एक भाववाचक संज्ञा है।

25. कठिनाइ से लड़ना सीखोगे तो ही सफलता तुम्हारे कदम चूमेगी। 

यहां पर कठिनाई शब्द ‘कठिन’ होने  का भाव व्यक्त कर रहा है इसलिए यह एक भाववाचक संज्ञा है और सफलता शब्द ‘सफल ‘ होने  का भाव व्यक्त कर रहा है इसलिए यह भी एक भाववाचक संज्ञा है।

याद रहे जब भाववाचक संज्ञा का प्रयोग बहुवचन के रूप में होता है तो वह जातिवाचक संज्ञा में बदल जाता है। 

जैसे- 

1. परिवार में दूरियाँ बढ़ने से परिवार नष्ट हो जाता है। 

‘दूरी’ एक भाववाचक संज्ञा है जोकि ‘दूर’ शब्द का भाव व्यक्त कर रहा है, लेकिन यहां पर दूरी का बहुवचन दूरियाँ का प्रयोग हुआ है इसलिए यहाँ पर यह जातिवाचक संज्ञा के रूप में प्रयोग हुआ है। 

2. नज़दीकियों के होने से ही परिवार सम्पूर्ण होता है।

‘नज़दीकी’ एक भाववाचक संज्ञा है जोकि ‘नज़दीक’ शब्द का भाव व्यक्त कर रहा है, लेकिन यहां पर नज़दीकी का बहुवचन नज़दीकियां का प्रयोग हुआ है इसलिए यहाँ पर यह जातिवाचक संज्ञा के रूप में प्रयोग हुआ है।

3. बच्चों आप सब चतुराइयाँ करना बंद करो। 

‘चतुराई’ एक भाववाचक संज्ञा है जोकि ‘चतुर’ शब्द का भाव व्यक्त कर रहा है, लेकिन यहां पर चतुराई का बहुवचन चतुराइयाँ का प्रयोग हुआ है इसलिए यहाँ पर यह जातिवाचक संज्ञा के रूप में प्रयोग हुआ है। 

4. नई पीढ़ी में कुशलताओं की कमी नहीं है। 

‘कुशलता’ एक भाववाचक संज्ञा है जोकि ‘कुशल’ शब्द का भाव व्यक्त कर रहा है, लेकिन यहां पर कुशलता का बहुवचन कुशलताओं का प्रयोग हुआ है इसलिए यहाँ पर यह जातिवाचक संज्ञा के रूप में प्रयोग हुआ है। 

5. पुलिस जांच करेगी तो अवश्य ही सच्चाइयों का पता चलेगा। 

‘सच्चाई’ एक भाववाचक संज्ञा है जोकि ‘सच’ शब्द का भाव व्यक्त कर रहा है, लेकिन यहां पर सच्चाई का बहुवचन सच्चाइयां का प्रयोग हुआ है इसलिए यहाँ पर यह जातिवाचक संज्ञा के रूप में प्रयोग हुआ है। 

6. आपकी सब की सफलताओं का रहस्य क्या है?

‘सफलता’ एक भाववाचक संज्ञा है जोकि ‘सफल’ शब्द का भाव व्यक्त कर रहा है, लेकिन यहां पर सफलता का बहुवचन सफलताओं का प्रयोग हुआ है इसलिए यहाँ पर यह जातिवाचक संज्ञा के रूप में प्रयोग हुआ है। 

भाववाचक संज्ञा बनाने के नियम। 

भाववाचक संज्ञाओं को जातिवाचक संज्ञा, विशेषण, क्रिया, क्रिया विशेषण, सर्वनाम, तथा अव्यय में

 निम्नलिखित लगाकर बनाई जाती हैं। जैसे – त्व, पन, पा, ता, य, ई, आस, हट, वट, अ, आव, आदि। 

जातिवाचक संज्ञाओं / Common Noun से भाववाचक संज्ञा / Abstract Noun की रचना  

मनुष्य – मनुष्यता 

मित्र – मित्रता

शत्रु – शत्रुता 

ईश्वर – ईश्वरत्व 

ठग – ठगी 

चोर – चोरी 

पंडित – पांडित्य 

पशु – पशुता / पाश्विकता 

स्त्री – स्त्रीत्व 

बालक – बालिका 

शैतान – शैतानी 

विदुषी / विद्वान् – विद्वत्ता 

शिशु – शैशव 

माता – मातृत्व 

पिता – पितृत्व 

राष्ट्र – राष्ट्रीयता 

प्रान्त – प्रांतीयता 

ग्राम – ग्रामीणता 

भाई – भाईचारा / भ्रातृत्व 

पुरुष – पौरुष 

बच्ची / बच्चा – बचपन 

बूढा – बुढ़ापा 

इंसान – इंसानियत 

युवती, युवा – यौवन 

सर्वनाम/ Pronoun शब्दों से भाववाचक संज्ञाओं / Abstract Noun की रचना 

आप – आप 

मम – ममत्व 

निज – निज / निजत्व 

पर – परायापन 

स्व – स्वत्व 

अहं – अहंकार 

विशेषणों / Adjectives से भाववाचक संज्ञा / Abstract Noun की रचना 

सच्चा – सच्चाई 

महान – महानता 

अच्छा – अच्छाई 

सज्जन – सज्जनता 

बुरा – बुराई 

मूर्ख – मूर्खता 

अमर – अमरत्व 

विषम -विषमता 

उचित – औचित्य 

सम – समता 

प्रसन्न – प्रसन्नता 

लाल – लालिमा / लाली 

आलसी – आलस्य 

काला – कालिमा 

साहसी  – सहस

हरा – हरीतिमा, हरापन 

कठिन – कठिनाई 

खरा – खारापन 

कायर – कायरता 

विस्तृत – विस्तार 

सरस – सरसता 

सभ्य – सभ्यता 

कुशल – कुशलता 

संतोषी – संतोष 

सफल – सफलता 

संतुष्ट – संतुष्टि 

चंचल – चंचलता 

सर्द – सर्दी 

गहरा -गहराई 

गरम – गर्मी 

ऊँचा – ऊंचाई 

सूक्ष्म – सूक्ष्मता 

नीच  – नीचता 

लघु – लघुता 

दुर्बल – दुर्बलता 

स्वस्थ – स्वास्थ्य 

चतुर – चतुराई 

लोभी – लोभ 

भोला – भोलापन 

लालची – लालच 

प्यासा – प्यास 

दीन – दीनता 

भयानक – भय 

हीन – हीनता 

मधुर – माधुर्य 

श्रेष्ठ – श्रेष्ठता 

विरल – विरलता 

पटु – पटुता 

कटु – कटुता 

ललित – लालित्य 

सरल – सरलता 

क्रिया / Verb शब्दों से भाववाचक संज्ञाओं / Abstract Noun की रचना  

समझना – समझ 

टूटना – टूट 

उलझना – उलझन 

रिसना – रिसाव 

कमाना – कमाई 

झुकना – झुकाव 

लुटाना  – लूट 

सोचना – सोच 

कूदना – कूद 

हँसना – हँसी 

खेलना – खेल 

मरना – मरण 

रोना – रुलाई 

जीना – जीवन 

गाना – गान 

बहना – बहाव 

गिरना – गिरावट

मुस्कुराना – मुस्कराहट 

उठना – उठान 

हकलाना – हकलाहट 

उड़ना – उड़ान 

गिड़गिड़ाना – गिड़गिड़ाहट 

उफना – उफान 

फैलाना – फैलाव 

महकना – महक 

सजना – सजावट 

चहकना – चहक 

लिखना – लिखावट 

दहकना – दहक

दौड़ना – दौड़ 

समझना – समझ 

छपना – छपाई 

छोड़ना – छूट 

जलना – जलन 

थकना – थकान 

सींचना – सिंचाई 

क्रियाविशेषण / विशेषण शब्दों से भाववाचक संज्ञाओं की रचना  

ऊपर – ऊपरी 

निकट – निकटता 

दूर – दूरी 

समीप – समीपता / सामीप्य 

अव्यय से भवावचक संज्ञाओं की रचना 

परस्पर – पारस्पर्य 

समीप – सामीप्य 

विशिष्ट – वैशिष्ट्य 

पूर्ण – पूर्णता 

निकट – नैकट्य 

शाबाश – शाबाशी 

भाववाचक संज्ञा से जुडी कोई समस्या हो तो हमसे सीधे कमेंट में पूछ सकते हैं। 

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